
खबर सागर
सनातन धर्म में गुरु शिष्य परंपरा का विशेष महत्व होता है अपने गुरु के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर शिष्य समाज में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार को बढ़ाने का काम करता है ।
आज महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज के द्वारा दो शिष्यों को सनातन परंपरा के अनुसार विशेष पूजा अर्चना ओर विधि विधान के साथ पट्टाभिषेक और महंत बनाया गया ।
जिससे कि आगे चलकर यह दोनों सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कर सके।
महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज का कहना है कि आदि गुरु शंकराचार्य के द्वारा इस परंपरा को शुरू किया गया था जिसको हम संत महामंडलेश्वरों के द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है ।
इसी क्रम में हमने आज दो संतो का पट्टाभिषेक किया है जो सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने में अहम भूमिका निभाने का काम करेंगे ।
एक संत को आश्रम का महल और दूसरे संत को सन्यासी परंपरा में आगे बढ़ाने के लिए पट्टाभिषेक किया गया है।