
खबर सागर
ग्राम कोड़ी में नागराजा की पालगी पांच दिनों तक दर्शन के लिए निकाली बाहर
धार्मिक व पर्यटन स्थल नागटिब्बा की गोद में सात गांव तिर्स का सुप्रिद्ध नाग देवता की पालगी पांच दिन के लिए श्रद्धालुओ के दर्शन के लिए बाहर आई । जिसमें भारी सख्या में दर्शन कर सुख : समृद्धी व अच्छी फसल होने की प्रार्थाना की है।
वही दुसरी ओर ग्राम देवन व घन्सी मे नागदेवता का जागड़ा पर्व धूमधाम से मनाया गया ।
सोमवार को असोज क़ी संक्राती पर नैनवाग के तहत ग्राम कोडी थान मंदिर से प्रातः 11 बजे 12 गांव की आस्था व कुल देवता नागराजा की पालगी विधिवत पूजा अर्चना व ढोल नागडे की थाप के साथ बाहर आई ।
वही दजनों देवी – देवता पालगी के साथ अवतरित हो गए ।
जहा 12 गांव सहित आस पास गांव से भारी संख्या में श्रद्धालुओ ने पालगी के दर्शन कर सुखः शांती व सुखहाली की कामना के साथ आने वाले अच्छे फसल के लिए मन्नते मांगी ।
वही दुसरी ओर ग्राम देवन व घन्सी में नागदेवता का जागडा पर्व धूमधाम से मनाया गया ।
वही दुसरी ओर आज संक्राती पर पट्टी लालूर के ग्राम देवन थान मंदिर से नागवदेता को पालगी दर्शन के लिए बाहर आई । दोपहर बाद पालगी देवन से ढोल नागाडे के साथ ग्राम घन्सी गई । जहां ग्रामीणों ने पालगी का भव्य स्वागत कर दर्शन कर मन्नते मांगी ।
शाम देर रात देव पालगा ग्राम घन्सी से वापस अपने थान देवन आई, जहा दूर दराज क्षेत्र से लोगो ने दर्शन किए ।
श्री नागराज कोड़ी के बजरी गम्भीर सिह ने बताया कि आज संक्राती के दिन नागराजा की पालगी सात दिनों के लिए दर्शनार्थ के लिए रहेगी । और .लोग दर्शन व पालगी को बारी – बारी से सभी गांव के लोग नाचने के साथ साथ अपनी पौराणिक लोक संस्कति का जमकर आन्दन उठायेगे । और 22 सितम्बर को विधिवत छः माह के लिए नागराजा की पालगी मंदिर में विराजमान होगी ।
इस मौके परमंदिर समिती के अध्यक्ष सुनिल विजल्वाण, सुरेद्र सिंह पंवार,जयवीर पंवार, गम्भीर सिंह रावत, बलवीर सिह रावत, गुरु प्रसाद गौड,अभिषेक अग्रवाल, राजेश कैन्तुर ,आदेश सिंह आदि उपस्थित थे ।



