
खबर सागर
देहरादून सांई धाम में पूज्य गुरुदेव संत लवदास जी महाराज की महिमा का गुणगान
शरणागति के तत्वाधान में समाज के प्रति सदैव जागरुक व चिंतन को लेकर पूज्य गुरुदेव संत लवदास जी महाराज की मार्ग दर्शन, सुविचार व प्रेरणा को लेकर सांई धाम देहरादून मे एक दिवसीय सत्सग कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
रविवार को देहरादून साई धाम में आयोजित कार्यक्रम में जिला पुरोला, उत्तरकाशी, जनपद टिहरी नैनबाग , देहरादून लखवाड व मंसूरी एव देहरादून नगर सहित भारी संख्या में गुरु भाई बहीनों ने बढ चढ कर हिस्सा लिया ।

सत्संग कार्यक्रम मे गुरु वाणी व गुरु द्वारा दिया गया गुरु मंत्र जप व सत्संग से भक्तिमय का वातारण के साथ शनि धाम गुज उठा ।
इस दौरान गुरु बहीन श्रीमती सरोज जोशी,ने गुरु वाणी के विचार को आगे बढ़ाते हुए गुरु की महिमा के बारे मे सूक्ष्म जानकारी दी है।
और सब को गुरु द्वारा दिए गए विचार को आगे बढने की अपील की ।
सोनी अन्नता ने बताया इस बार संत्सग युवा शक्ति के लिए रखा गया था । तथा सुबेह शांम गुरु द्वारा दिए मंत्र की माला जपने
से निशिचत तौर पर बदलाव आयेगा ।
संत्सग में अपने अपने अनुभव साझा करते हुए श्रीमती सुनीता पंवार आदि ने कहा कि गुरु के द्वारा बताए गए मार्ग के चलने जीवन में परिवर्तन व आन्दन व शांती की प्राप्ती होती है।
मुख्य बात है कि जब बाजार जाती हू तो निंडर हो कर व भंय दूर हुआ है। तथा माथे पर तिलक चंदन जरूर लगाए ।
इसके अलाव संगीता देवी ने अपने अनुभव साझा बताया कि जब से गुरु की शरण आने के बाद मन को शांती व गुस्सा कम हुआ है।
श्रीमती ऊषा ने बताया कि गुरुदेव द्वारा दिया गया -विश्वाश मेरे जीवन बहुत कुछ बदलाव लाया । यदि रास्ता भटक जाए तो गुरु जगाने की प्रेरणा देते है।

प्रमिला चौहान ने वर्ष 2012 में देहरादून में नागचमी के दिन गुरु मंत्र दीक्षा ली थी । तब लेकर 108 पत्थर लेकर प्रति दिन जप करती आई । और लेकर आज तक गुरु जी कृपा से जीवन में सब कुछ बदल कर शांती मार्ग प्रशस्त है।
और समय -समय इस तरह के सत्संग से जीवन में जागरूक का वास व संचार होगा।
इस अवसर पर श्रीमती सरोज जोशी, प्रमिला चौहान, चंद्र शेखर नौटियाल, रजनी रावत सुनीता अरुणा देवी, पूजा, नन्दवीर पंवार, रणवीर सिंह कैन्तुर,भैया,मनोज कैन्तुरा,गभीर सिंह रावत, मोहन थपलियाल, जोत सिंह रावत, मोहन लाल निराला, श्रीमती सोनी अन्नता, श्रीमती इन्द्रा देवी ,शीला देवी कैन्तुर, मीरा देवी, ऊषा कुमाई,सुनीता रावत, ऊषा कुमाई, गजीरा देवी, जय रमोला, सागर तोमर, रजनी देवी, कृष्णा देवी,नर्मदा देवी आदि
मौजूद रहे।