
खबर सागर
त्याड़ा डांडा में भद्रराज देवता के मेले में उमड़ी श्रद्वालुओं की भीड़
धार्मिक स्थल त्याड़ा डांडा में भद्रराज देवता का पौराणिक रमणीक स्थल में भव्य मेला थौलू आयोजित हुई । जहां भारी संख्या में श्रद्वालुओं ने दर्शन कर सुखः समृद्धी और अच्छी फसल होने की कामना की है।
6500 मी की उंचाई पर सुन्दर रमणीक बुग्याल से युक्त त्याड़ा डांडा में सुसिद्ध पौराणीक भद्रराज देवता का मंदिर है। जहां हर वर्ष 6 गते वैशाखी की 19 अप्रैल को भव्य व दिव्या ऐतिहासिक मेला थौलू का आयोजन हुआ । जिसमें पट्टी सिलवाड सहित अगलाड घाटी के ग्रामीणों का कुल व ईष्ट देवता है।
गत शुक्रवार को भजराज देवता की पालगी अपने मूल स्थान जयद्वार से ग्राम खर्क में एक दिवसीय रात्री जागरण में भक्तों ने जमकर भंजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित हुआ ।
आज शनिवार को प्रातः 7 बंजे ग्राम खर्क से देव पालगी मेला स्थल त्याडा डांडा ढोल नागडे व हर्ष उल्लास के साथ पंहुची। जहा देवता के पश्वाओं अवतारित हो उठे । और पीडीत व दुखीः लोगों ने देव पालगी व पश्वा से कुशलक्षेप व समृद्धी के साथ – साथ देवता से मन्नतें व आर्शिवाद लेते है।
बता दें कि थौलू (मेला )जौनपुर की लोक संस्कृति की धरोवर के रूप में जानी जाती है। यहां
सड़क न होने पर भी लोगों दूर दराज गांव क्षेत्र से भारी संख्या में अपनी आस्था व विश्वास के साथ लोग लगभग 3 से 5 किमी पैदल पंगडंडी के सहारे यहां पंहुचते है।
मेले में महिलाओं द्वारा जौनपुर लोक संस्कृति तांदी, हारुल व रासों की सुन्दर प्रस्तुती से हर किसी श्रद्वालुओंको गद् गद् करते और देव पालगी को प्यार के साथ साथ नाचते है।
मेले के बाद देव पालगी रात्री विश्राम अपने मूल थाना जयद्वार में विराजन मान होगी ।
इस मौके पर मंसूरी नगर पालिका अध्यक्ष मीरासकलानी,नागदेवता मंदिर समिती के अध्यक्ष सुनिल सिंह, शरण सिंह पंवार, देशपाल सिंह, दिनेश सिंह, शिवांश कुंवर, रोशन सिंह, जोत सिंह, अर्जमो अर्जून सिंह,हन लाल निराला आदि उपस्थित थे ।