
खबर सागर
धयेश्वर नाग महाराज पंहुचे नैनबाग के जाखधार हुआ भव्य स्वागत
पट्टी मुंगरसन्ति के ग्राम धारसौं गांव से धयेश्वर नाग महाराज की देव की पालगी दो दिवसीय भ्रमण में नैनबाग के जाखधार में पंहुचने पर स्थानीय लोगों ने जौनपुरी रित रिवाज के भव्य स्वागत किया।
बुधबार रात्री को नैनवाग के जाखधार में गुरूदेव उनियाल का एक परिवार धारसौ से यहां निवास करने पर मन्नते मांगी की मेरी इच्छा पूर्ण होने पर धयेश्वर नाग की पालगी जाखधार पंहुची । जहां सैकड़ों लोगों ने भव्य स्वागत किया, स्वागत के बाद देव पालगी जाखधार नागराज मंदिर पंहुची के बाद भक्त गुरूदेव प्रसाद के निवास पर देव पालगी ने आर्शिवाद के साथ सैकड़ों लोगों ने दर्शन कर मन्नते मांगी ।
रात्री में भंजन सम्राट रामस्वरूप थालियाल की टीम द्वारा जागरण के भंजन की सुन्दर प्रस्तुती पर लोग जमकर नृत्य किया ।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धयेश्वर नाग महाराज मुंगरसन्ति क्षेत्र के आराध्य देव हैं और दारसौं,थोलिंका, कफनौल तीन थान हैं जहां महाराज एक एक वर्ष रहते हैं।
धयेश्वर नाग महाराज आषाढ माह के मुल नक्षत्र में गृभगृह से शुभलग्न पर भक्तों को दर्शन देते हैं और एक माह क्षेत्र भ्रमण और यात्रा पर नैनबाग के जाखधार में भक्त की पुकार पर दर्शन को पहुचे ।
धयेश्वर नाग महाराज के मुल थान दारसौं शिवनगरी है जहां शिव का अखंड शिवालय है और धयेश्वर नाग का मूल थान है ।
उत्तराखंड का यह पहला गांव है दारसौं गांव की एक विशेषता है कि इस गांव में शराब का सेवन नहीं होता है,शराब का सेवन करने पर देवता का दोष लगता है।
धयेश्वर नाग महाराज के पुजारी जनार्दन प्रसाद थपतियाल का बताते है कि पौराणिक मान्यता यह है कि यह शिव शक्ति के साक्षात स्वरूप है और जो सच्ची श्रद्धा से धयेश्वर नाग महाराज की आराधना और मन्नत मांगता है उनकी मन्नत पूरी होती है।

इस मौके पर देवता के पुजारी देव माली रामप्रकाश थपलियाल, जनार्दन प्रसाद,आनंद मोहन डोभाल, विजय, दिनेश प्रसाद, विजेन्द्र राणा, श्रीमती सीमा उनियाल, आशा राम नौटियाल, धनीराम थपलियाल, अरविन्द थपलियाल (पत्रकार ) अनिल कैन्तुरा,जयेंद्र रमोला आदि उपस्थित थे ।