हरिद्वार धनपुरा गांव में हुए धमाके की जांच में पुरानी पटाखा फैक्ट्री का हुआ खुलासा

खबर सागर
हरिद्वार धनपुरा गांव में हुए धमाके की जांच में पुरानी पटाखा फैक्ट्री का हुआ खुलासा
हरिद्वार के पथरी थना क्षेत्रान्तर्गत धनपुरा गांव में बीते रोज कबाडी के गोदाम में धमाके की जांच में जुटी एफएसएल एवं बीडीएस टीम ने खुलासा किया कि गोदाम स्वामी शौकीन द्वारा अपने शटरिंग गोदाम में थिनर व पेट्रोल के पुराने कनस्तर कबाड़ी दिलशाद को बेचे जा रहे थे।
जब दिलशाद उन डिब्बों को ठोक-पीट रहा था, तभी एक डिब्बा फट गया जिससे ब्लास्ट हुआ। धमाके के दौरान मौजूद दो लोग दिलशाद और मुस्तफा घायल हुए थे।
पुलिस ने गोदाम की तलाशी ली, तो गोदाम के पिछले हिस्से में आतिशबाजी में इस्तेमाल सामग्री 41 कट्टे सल्फर पाउडर, 01 कट्टा सफेद पाउडर, 03 कट्टे काले पत्थर जैसा पाउडर और कुछ खाली पटाखों के खोखे व डिब्बे बरामद हुए।
जांच के दौरान खुलासा हुआ 2 साल पहले बिना लाईसेंस के गोदाम में अवैध रूप से आतिशबाजी बनाने का काम होता था। एफएसएल एवं बीडीएस टीम द्वारा बरामद की गई संदिग्ध सामग्री का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।
पूछताछ के दौरान गोदाम स्वामी शौकीन ने बताया कि उसके परिजनों द्वारा दो साल पूर्व पटाखे बनाने का काम किया जाता था। लेकिन बाद में पटाखा फैक्ट्री बंद कर दी गयी थी ।
तभी से पटाखे बनाने में इस्तेमाल समाग्री रखी हुई थी। पुलिस ने गोदाम स्वामी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया हैं जिससे ओर पूछताछ की जा रही है।



