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जल संरक्षण अभियान में जन भागीदारी,सूख रहे जल स्रोतों का चिन्हीकरण

खबर सागर

जल संरक्षण अभियान में जन भागीदारी,सूख रहे जल स्रोतों का चिन्हीकरण

सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जल संरक्षण अभियान-2025 की बैठक आहूत की गई। बैठक में जल संरक्षण अभियान में जन भागीदारी सुनिश्चित करने, सूख रहे जल स्रोतों एवं सहायक नदियों/धाराओं का चिन्हीकरण, मैदानी क्षेत्रों में भू-जल स्तर में सुधार हेतु उपचार कार्यों का चिन्हीकरण, सूख रहे जल स्रोतों एव नदियों/धाराओं के जल संग्रहण क्षेत्रों की पहचान, जल संग्रहण क्षेत्रों को उपचारित करने हेतु योजना निर्माण, उपचार गतिविधियों का क्रियान्वयन एवं उपचार कार्यों का प्रभाव मूल्यांकन पर चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि जल संरक्षण अभियान हेतु ‘भगीरथ एप’ का पोस्टर/बैनर के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने, स्रोतों की पहचान और स्रोतों के आसपास सफाई, स्कूल की दीवारों पर वॉल पेंटिंग कर लोगों को जागरूक करने तथा ग्राम प्रधानों को जानकारी देने को कहा। जिलाधिकारी ने आरगढ़ गदेरा और सौंग नदी, हटवाल गाँव चेकडैम में किये जा रहे कार्यों की तथा अमृत सरोवर की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।

उप निदेशक जलागम/सदस्य सारा नवीन सिंह बरफवाल ने बताया कि ‘‘धारा मेरा, नौला मेरा, गांव मेरा, प्रयास मेरा‘‘ थीम के साथ आम जन की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु क्रिटीकल जल स्रोतों एवं सहायक नदियों/धाराओं का चिन्हीकरण करने के लिए मोबाईल आधारित (भगीरथ एप ) को निर्मित किया गया है। क्यूआर कोड आधारित भगीरथ एप’’ के माध्यम से आम जन मानस अपने गॉव के क्रिटीकल जल स्रोतों की सूचना भेज सकते है।
उन्होंने बताया कि जनपद में 186 जल स्रोत ग्राम्य विकास, वन विभाग, लघु सिंचाई और सिंचाई विभाग द्वारा चिन्हित किए गए है।

इस मौके पर सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, डीएफओ टिहरी डैम वन प्रभाग-प्रथम संदीपा शर्मा, डीडीओ मो. असलम, डीपीआरओ एम.एम. खान, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई अनूप आदि अधिकारी उपस्थित रहे।

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