
खबर सागर
कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में 350 कैमरा ट्रैप से चल रही है बाघों की गणना
कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व से लगे रामनगर वन प्रभाग के जंगलों में पहली बार फेज4 विधि से चल रही है बाघों की गणना ,350 कैमरा ट्रैपों के माध्यम की जा रही है गड़ना,इससे पूर्व की गड़ना में रामनगर वन प्रभाग में पाई गई थी 67 बाघों की मौजूदगी।
वही लगाए गए हर एक कैमरा ट्रैपों में बाघ की उपस्थिती से रामनगर वन प्रभाग गदगद नज़र आ रहा है।.
बता दें कि टाइगर रिज़र्वों के बाहर पहली बार फेज 4 के तहत बाघों की गड़ना का कार्य गतिमान है ।
जिस क्रम में कॉर्बेट से सटे रामनगर वन प्रभाग में यह गड़ना का कार्य किया जा रहा है,गौर हो कि टाइगर रिज़र्वों में हर साल फेज 4 के तहत बाघों की गड़ना का कार्य किया जाता है,पर पहली बार टाइगर रिज़र्व से बाहर रामनगर वन प्रभाग के जंगलों में फेज 4 के तहत बाघों की गड़ना का कार्य चल रहा है।
अब तक इन वन प्रभागों को एनटीसीए (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) के द्वारा हर चार साल में आल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के तहत की जाने वाली बाघों की गड़ना का इंतजार करना पड़ता था,जबकि टाइगर रिज़र्व हर वर्ष फेज4 के तहत बाघों की गड़ना का कार्य करता है,वहीं अब ये वन प्रभाग भी हर वर्ष यह गड़ना कर पायेंगे।
जिसको लेकर रामनगर प्रभाग में आजकल यह गड़ना का कार्य किया जा रहा है ।
जिस क्रम में 350 कैमरा ट्रैप के माध्यम 480 स्क्वायर किलोमीटर में फैले रामनगर वन प्रभाग के जंगलों के हर क्षेत्रों कैमरे लगाए गए है।
वहीं जानकारी देते हुऎ रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया की पहली बार टाइगर रिजर्व से बहार फेज4 के तहत रामनगर वनप्रभाग के जंगलों में यह गणना का कार्य किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया की पहले चरण में दिसंबर 2024 में हमारे द्वारा रामनगर वनप्रभाग की तीन रेंजों में कोसी,कोटा,देचौरी में चिन्हित किये गए 110 पाइंट्स पर 220 कैमरा ट्रैप लगाये गए थे,जिनका कार्य पूरा हो गया है, उन्होंने बताया कि हर एक कैमरा ट्रैप में बाघ की मौजूदगी दर्ज की गई है।
वहीं अब दूसरे चरण में हमारे वन प्रभाग के दूसरे ब्लॉक के कालाढूंगी और फतेहपुर रेंज में चिन्हित किये गए 65 पॉइंट्स पर 130 कैमरा ट्रैप के माध्यम से 1 फरवरी से यह कार्य शुरू किया जायेगा ।
दिगंत नायक ने बताया कि हर 4 साल में की जाने वाली ऑल इंडिया टाइगर ऐस्टीमेशन की गणना में रामनगर वन प्रभाग में 67 टाइगर की मौजूदगी पाई गई थी, वहीं अब फेज 4 की गणना से इनकी संख्या में बढ़ोतरी का अनुमान है। मार्च क अंत तक गणना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।