
खबर सागर
पांच गांवों द्वारा महापंचायत में शादी विवाह एवं अन्य सामूहिक कार्यक्रमों में शराब परोसने पर पूर्णतया पाबन्दी
उत्तराखंड में बढ़ते नशे के प्रचलन को रोकने के लिए उत्तरकाशी जनपद का गाजणा क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तराखंड सरकार की मंशा पर कारगर साबित हो रहा आपको बता दें इससे पूर्व में गाजणा क्षेत्र के ग्राम सभा उडरी, सिरी और कमद गांव के लोगों ने शराब पर प्रतिबंध का प्रस्ताव पास किया गया था ।
वही आज आपको बताते चलें श्रीकालखाल क्षेत्र में पांच गांवो के द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें शराब पूर्णतया प्रतिबंध को लेकर प्रस्ताव पास किया गया ।
वही आपको बता दें कि इस महापंचायत में ग्राम सभा नैपड , भैंत , न्यूसारी , हुल्डियान एवं पोखरियाल गांव आदि ग्राम सभा के जनप्रतिनिधियों एवं समस्त ग्राम वासियों ने एक अच्छी पहल की है जिसके तहत शराब प्रतिबंध को लेकर महापंचायत आयोजन कर शादी विवाह, चूड़ाक्रम संस्कार एवं सामूहिक कार्यों में शराब पर प्रतिबंध का प्रस्ताव पास किया जिसके अन्तर्गत कोई भी परिवार व्यक्ति विशेष अपने घर में शादी विवाह एवं चूड़ाक्रम संस्कार आदि कार्यक्रमों में शराब नही वितरित करेगा ।
अगर कोई भी परिवार विवाह एवं चूड़ाक्रम संस्कार एवं किसी भी प्रकार का सामूहिक कार्य में शराब के सेवन की शिकायत मिलती है तो उसके कार्यक्रम में कोई भी ग्रामवासी शमिल नही होगा तथा उक्त दण्डित परिवार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
वही निवर्तमान ग्राम प्रधान नैपड माता प्रसाद भट्ट ने कहा कि इन पांच गांवों के अन्तर्गत दुकान, ढाबों आदि जगहों पर सराब परोसने वाले व्यक्ति की अगर कहीं से सूचना मिलती है तो उस पर तुरन्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
साथ ही इन ग्राम सभाओं में किसी भी प्रकार का सामूहिक कार्यक्रमों में शराब पूर्णतया प्रतिबंध रहेगी ।
शराब पीना स्वास्थ्य एवं समाज के लिए हानिकारक है जिसके कारण पूर्व मे शादी समारोह मे जब- जब भी लोगों को शराब वितरित की गई थी तब- तब लोगों मे लड़ाई झगड़ा आदि हुआ है ।
जिससे क्षेत्र मे डर का माहोल उत्पन हुआ था जिसके कारण आने वाली पीढ़ी के भविष्य तथा नौजवानों की पीड़ा समाज के हित मे यह निर्णय लिया गया है ।
जिसकी पूरे गाजणा क्षेत्र में इस प्रकार के सराहना फैसले की चर्चा हो रही है।