
खबर सागर
रक्षाबंधन त्यौहार पर हरिद्वार रौनक जमकर हुई खरीदार
रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर हरिद्वार के बाजारों में काफी रौनक दिखाई दे रही है जहां बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए विभिन्न तरह की आकर्षक राखियां खरीद रही है तो वहीं मिठाई की दुकानों पर भी मिठाइयों की खरीदारी की जा रही है।
इस बार राखी विक्रेताओं ने तरह-तरह के डिजाइन की राखियां मंगवाई हैं जिसमें रक्षा सूत्र से लेकर चंदन की राखी और नग नगीनों की राखी शामिल है सभी बहने अपनी अपनी क्षमता अनुसार रखियां खरीद रही है ।
गौरतलब है कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्यार का पवित्र त्यौहार है और इस दिन बहने अपने भाइयों के हाथों में राखी बांधकर उनके उज्जवल भविष्य एवं दीर्घायु की कामना करती हैं और भाई भी अपनी बहनों से राखी बंधवा कर उन्हें उपहार स्वरूप तरह-तरह की मिठाइयां एवं वस्त्र आदि देते हैं ।
जिससे हमारी पुरानी परंपरा आज भी अक्षुण बनी हुई है, हालांकि कल सुबह भद्रा लगने का कारण दोपहर बाद ही राखी बांधने का मुहूर्त है फिर भी आज छुट्टी का दिन होने का कारण बाजारों में काफी रौनक देखी गई।
राखी विक्रेता का कहना है कि रक्षाबंधन के उपलक्ष में वह तरह-तरह की राखियां बनवाते हैं इसके अलावा उनके पास चंदन की राखी रक्षा सूत्र और कई तरह के नग नगीनो की राखियां भी उपलब्ध है जिनकी विशेष मांग रहती है ।
और बहने भारी संख्या में खरीददारी करती हैं वहीं राखी खरीदने वाली बहनों का कहना है कि रक्षा बंधन का त्यौहार एक पवित्र त्यौहार है जो भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है ।
इस दिन बहने भाइयों के कलाइयों में राखी बांधकर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं ।
मान्यताओं के अनुसार यह प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है द्वापर युग में द्रोपती ने भगवान श्री कृष्ण के हाथ में राखी बांधी थी और भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को वचन दिया था कि वह उसकी रक्षा करेंगे।
महाभारत में द्रोपती के चीर हरण का प्रसंग सभी जानते हैं कि जब द्रोपती ने उनके चीरहरण के समय भगवान श्री कृष्ण को याद किया था ।
भगवान श्री कृष्ण ने उनकी लाज बचाई थी और कौरवों के समूल नाश के लिए पांडवों के साथ महाभारत युद्ध में भाग लिया था और उसी से गीता का संदेश निकला था जो हर हिंदू के लिए एक विशेष ग्रंथ है और जीवन जीने की कला तथा ज्ञान का भंडार है ।
वही मिठाई विक्रेताओं ने भी रक्षाबंधन को लेकर तरह-तरह के मिठाइयां तैयार की हैं जिसमें आजकल के मौसम को देखते हुए तरह-तरह के घेवर बनाए हैं जिसकी काफी मांग बाजार में देखी गई है ।
वही काजू कतली की मिठाई और अन्य मिठाइयों की भी काफी खरीददारी हुई मिठाई खरीदने वालों का कहना है कि रक्षाबंधन के दिन घेवर खाना काफी पसंद किया जाता है।
और बहनों को मिठाई के साथ उपहार देकर वह बहनों का आशीर्वाद भी लेते हैं और ताउम्र उनका साथ निभाने का प्रण भी लेते है ।