
खबर सागर
पट्टी ईडवालस्यू का सुप्रसिद्ध नाग देवता की पालगी भ्रमण उत्सव कार्यक्रम 29 अगस्त से 12 सितंबर तक
पौराणिक समय से अपने देव के प्रति अटूट आस्था को लेकर पट्टी ईडवालस्यू की सुप्रसिद्ध नाग देवता की पालगी भ्रमण उत्सव कार्यक्रम 29 अगस्त से 12 सितंबर तक गांव गांव देव रात्रि प्रवास के साथ अपने भक्तो दर्शनार्थ व अर्शिवाद देती है।
प्रखंड जौनपुर के पट्टी ईडवालस्यू में 6 तीसरे साल में नाग देवता पालगी का भ्रमण उत्सव कार्यक्रम होता है, जिसमे ग्रामीणों में पालगी के भ्रमण को लेकर भारी उत्सव है।
जहां देव पालगी के स्वागत के लिए ग्रामीण द्वारा जोर शोर से घर ,गांव में सफाई अभियान के साथ तैयारीयां पूर्ण कर ली है।
पालगी भ्रमण के दौरान गांव की समस्त ध्याणीयां (बेटीयां ) धन एकत्रित कर अपने कुल व ईष्ट नाग राजा की पालगी को सोना व चांदी की भेंट चढाव में देगें । जिसके लिए गांव की ध्याणीया अपने संसुरा से अपने माईके में आने के लिए विगत तीन माह से ड्रेस कोर्ट सहित कई तैयारियां कर ली गई है।
नागदेव की पालगी 16 गांव में रात्री प्रवास व भ्रमण के दौरान दर्शन के लिए रहती है ।
भ्रमण कार्यक्रम 29 अगस्त आयोजित मेले से शाम रात्री का प्रवास ग्राम श्रीकोट रहेगी । 30 अगस्त को ग्राम भटवाड़ी । 31 अगस्त को ग्राम बसाण गांव । 01 सितम्बर को ग्राम ऐन्दी । 02 सितंबर को ग्राम बिष्टौसी, 03 को ग्राम खसौषी, 04 को ग्राम बामण गांव, 05 को ग्राम खास कोटी ,06 ग्राम घियाकोटी, 07 ग्राम झंगेरी , 08 ग्राम घराड़ा 09 ग्राम कोठुयूड, 10 ग्राम आखली ,11 सितम्बर ग्राम गजा की सेरी व 12 सितम्बर को ग्राम कोट में रात्री प्रवास में रहेगी ।
13 सितम्बर को देव पालगी अपने थान कोट मंदिर में विशाल भंडारे के बाद विराजमान होगी ।
नाग देवता के मुख्य पुजारी सुमन लाल
सेमवाल का कहना है कि 16 गांव में नाग देवता की पालकी भ्रमण प्रवास पर तीसरे साल प्रत्येक गांव मे जाती है। जिसमे ग्रामीणों को नागराजा दर्शन व आशीर्वाद देती है।