
खबर सागर
नारायणबगड़ से कर्णप्रयाग पहुची कांवड़ यात्रा पर विश्व हिंदू परिषद व स्थानीय लोगो ने जोरदार स्वागत किया । कर्णप्रयाग के संगम से जल भरकर ये सभी कांवड़िये सोमवार को शिवालयों में जल चढ़ाएंगे । इस पूरी यात्रा में पहुचे कांवडियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया ।
सावन के महीने में भोले को जल चढ़ाने से इन्शान पुण्य का भागी बन जाता है । इसीलिए इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों से कांवड़िये जल लेने के लिए हरिद्वार पहुच रहे है ।
पहाड़ो में भी विगत कई वर्षों से कांवड़ यात्रा का आयोजन हो रहा है । चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लाक के 153 गांवों से चली आ रही कांवड़ यात्रा कई वर्षों से कर्णप्रयाग संगम से जल भरकर शिवालयों में चढ़ा रहे है ।
विगत इस वर्षो की भांति इस वर्ष भी यह कांवड़ यात्रा नारायणबगड़ से चलकर कर्णप्रयाग पहुची । यहां पर संगम में कांवड़ियों ने पूजा अर्चना हवन पूजन कर संगम से जल उठाया और भोले के कीर्तन भजन के साथ कर्णप्रयाग बाजार होते हुए नारायणबगड़ की ओर निकले ।
दयाल सिंह कांवड़ यात्री
नारायणबगड़ ने बताया कि कांवड़ यात्रा में पहली बार आये लोगो का कहना है कि सावन के महीने भगवान शिव को जल चढ़ाने का अपना अलग ही महत्व है । हम लोगो मे इस छात्रा में आने से काफी उत्साह है । कर्णप्रयाग में अलकनन्दा व पिण्डर नदी के संगम से जल उठाकर सोमवार को विभिन्न शिव मंदिरो में चढ़ाया जाएगा ।
खीम सिंह पंवार कांवड़ यात्री कर्णप्रयाग पहुचने पर विश्व हिंदू परिषद के लोगो ने भब्य स्वागत किया ।
कर्णप्रयाग के मुख्य बाजार में स्थित हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया । और सभी कांवड़ियों को जूस और प्रसाद वितरण किया गया ।
नरेश डिमरी संयोजक विश्व हिंदू परिषद ने कहा हिन्दू धर्म मे आस्था रखने वाले करोड़ो लोगो के लिए सावन का महीना किसी पर्व से कम नही है ।
शिव भक्त भोले को खुश करने के लिए संगम से जल अर्पित करते है तो शिव भगवान भी अपने भक्तों की मुराद भी पृरी करने में कोई कमी नही करते है।