
खबर सागर
द्वितीय केदार मदमहेश्वर
अन्तिम रात्रि प्रवास गिरीया गाँव पहुंचीं देव पालगी
द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न यात्रा पडा़वो पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गाँव पहुंच गयी है।
भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से गिरीया गाँव आगमन पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर डोली का भव्य स्वागत किया।
भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गिरीया गाँव से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पडा़वो पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी।
भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को आठ कुन्तल फूलों से सजाया जा रहा है।
वही दूसरी ओर भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर जीआईसी के खेल मैदान में त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का आगाज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हो गया है।
त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का शुभारंभ करते हुए रावल भीमाशंकर लिंग ने देवभूमि उत्तराखंड की महिमा पर विस्तृत प्रकाश डाला।