
खबर सागर
विकासखण्ड के सीमान्त गाँव संचार युग में भी संचार जैसी सुविधा से वंचित है । जबकि कालीमठ घाटी के जाल मल्ला क्षेत्र में लड़खडाती संचार सुविधा का खामियाजा वहाँ के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है ।
कुछ गांवों को संचार सुविधा से जोड़ने के लिए संचार निगम व निजी कम्पनियों द्वारा मोबाइल टावर लगा तो दिये है मगर उन टावरों की संचार सेवा शुरू न होने से ग्रामीणों की का इन्तजार खत्म नही हो रहा है ।
बता दे कि मदमहेश्वर घाटी की सीमान्त ग्राम पंचायत गडगू व मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर गौण्डार, कालीमठ घाटी के चिलौण्ड व चौमासी तथा केदार घाटी की सीमान्त ग्राम पंचायत तोषी आज भी संचार सुविधा से वंचित है ।
मदमहेश्वर घाटी के गडगू व गौण्डार गांव को संचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचार निगम व निजी कम्पनियों द्वारा मोबाइल टावर लगा तो दिये है मगर उन मोबाइल टावरों की संचार सेवायें कब शुरू होगी यह भविष्य के गर्भ में है ।
कालीमठ घाटी के चिलौण्ड व चौमासी तथा केदार घाटी की सीमान्त ग्राम पंचायत तोषी गांव राज्य गठन के 24 वर्षों बाद भी संचार सुविधा से वंचित है ।
इन गांवों में कुछ स्थानों पर मीलो दूर लगे मोबाइल टावर सिगनल तो देते हैं ।
मगर अपनों से स्पष्ट वार्ता नहीं हो पाती है इसलिए ग्रामीणों को अपने चित – परिचितों से वार्ता करने के लिए ऊंची ऊंचाई या फिर पेड़ की शाखाओं का सहारा लेना पड़ता है ।
कालीमठ घाटी के जात मल्ला क्षेत्र में इन दिनों संचार सुविधा के बार – बार बाधित होने से उपभोक्ताओं में आक्रोश बना हुआ है ।