भारतीप जनता पार्टी मातृशक्ति को रिझाने की मुहिम में जुटी

खबर सागर
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी इतिहास रचने की उम्मीदें पाले बैठी है , और इसके लिए पार्टी प्रदेश की आधी आबादी यानी मातृशक्ति को रिझाने की मुहिम में जुटी है।
लोकसभा चुनाव में इतिहास रचने की कवायद में जुटी बीजेपी का पूरा फोकस इस बार राज्य की आधी आबादी यानी मातृशक्ति पर है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को प्रदेश में तकरीबन 61 फ़ीसदी वोट मिला था जबकि विपक्षी कांग्रेस को 31 फ़ीसदी के आसपास। बीजेपी के अंदरूनी आकलन के मुताबिक 61 फ़ीसदी वोट में सबसे ज्यादा मातृशक्ति का वोट बीजेपी को मिला।
पांचो लोकसभा सीटों में मिले वोट के हिसाब से बीजेपी का आकलन है की पिछली मर्तबा चाहे 2014 , 2019 का लोकसभा चुनाव रहा हो या फिर 2017 , 2022 का विधानसभा चुनाव महिलाओं ने बढ़-चढ़कर बीजेपी को वोट किया है। बात 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बात करें तो प्रदेश की पांचो लोकसभा सीटों में किसी में जीत का अंतराल ढाई लाख तो किसी में साढे तीन लाख के आसपास रहा। अब बीजेपी इस अंतराल को और बढ़ाना चाहती है।
पार्टी नेतृत्व तो चाहता है कि इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी न सिर्फ पांचों लोकसभा सीटों पर हैट्रिक जमाए , बल्कि हर सीट में जीत का अंतराल 5 लाख हो। हालांकि अपने आप में यह आंकड़ा पहाड़ चढ़ने जैसा हो सकता है लेकिन बीजेपी इसे मुमकिन बनाना चाहती है। और इसे मुमकिन करने के लिए बीजेपी का पूरा फोकस सिर्फ और सिर्फ मातृशक्ति के वोट को खींचना है।
उत्तराखंड में महिला वोटर्स की संख्या करीब 40 लाख के करीब है। लिहाजा भाजपा का पूरा टारगेट महिला वोटर को साधने पर है। इसके लिए प्रदेश भर में कई कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। प्रदेश भर में नारी शक्ति के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम , लखपति दीदी योजना , यूनिफार्म सिविल कोड , महिला आरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषय हैं ।
जिनके जरिये बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव में महिला वोटर्स को साधने की कवायद में जुटी है। हालांकि कांग्रेस बीजेपी के महिला सशक्तिकरण को लेकर सवाल उठा रही है।