
- खबर सागर
विज्वल जहां मौसम ने दस्तक दे रखी है और पहाड़ों में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है । पहाड़ों के गांव में आजकल फूल्यारी मेला का आयोजन किया जा रहा है ।
जिसमें ऊंचे पहाड़ों और बुग्यालों से रंग बिरंगे फूलों को टोकरी में सजाकर गांव में लाते हैं, गांव में लाने के बाद देवड़ोलियों द्वारा नृत्य किया जाता है ।
पश्वा पर अवतरित होकर धारदार डांगरों (फरसे) के ऊपर आसन लगाकर ग्रामवासियों व बाहर से आए हुए लोगों के न्योते व उनकी समस्याओं का निराकरण करते वही गांव वाले भी रासु तांदी लगाकर इस मेले का आनंद लेते है ।
कि इस वक्त पहाड़ों नये फूल जैसे ब्राम कमल केंदारपाती मासी लेसुरू जयाण जो की उच्च हिमालयी क्षेत्र 15 सौ फीट की ऊंचाई में पाए जाते हैं उनको देवी देवताओं को चढ़ाने पर खुशहाली आती है ।
देवता द्वारा दिए गए फूलों को जब अपने घर में रखा जाता है तो यहां पर नेगेटिव शक्तियां कीड़े मकोड़े मच्छर इत्यादि घर में प्रवेश नहीं करते हैं इनकी खुशबू से घर महक जाता है ।
आजकल उत्तरकाशी के भटवाडी ब्लॉक के अंतर्गत कामर पाला जखोल सेज आदि गांव में फूल्यारी मेले का आयोजन किया जा रहा है ।
वही अपने इष्ट देवता से सुख शांति की भी कामना की जाती है और गांव वालो के जो पशु इस वक्त जंगलों में रहते हैं ।
उनको जंगली जानवरों से बचने के लिए भी ईश्वर से कामना की जाती है