
खबर सागर
नैनबाग रात्री सांस्कृति संध्या में हिमाचली गायक कुलदीप शर्मा के गीतों पर झूमें
संस्कृतिक के क्षेत्र में नैनबाग सदैव अग्रीण भूमिका निभाता आ रहा । जहां राइका नैनबाग में दुसरी सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल गायक कुलदीप शर्मा सहित कई गायक कालकारों द्वारा देर रात दशकों को जमकर झमें । साथ दो दिवसीय पुरातन छात्र महासम्मेलन व वार्षिकोत्सव का विधिवत समापन हुआ ।
रविवार रात्री की दुसरी
सांस्कृतिक संध्या सरदार सिंह राजकीय आर्दश इंटर कालेज नैनबाग में पुरातन छात्र महासम्मेलन व वार्षिकोत्सव में 1854 पुरातन छात्र – छात्राए ने शिरकत कर जौनपुरी, व हिमाचली लोक गीतों का आन्दन उठाया ।
जिसमें दूर दराज गांव से भारी संख्या में श्रोतागणों की भारी भीड में उमड़ पडी।
वही सुप्रिद्ध हिमाचली गायक कुलदीप शर्मा ने अपनी सुन्दर प्रस्तुती में – दरोगा जी इन छोरे दे समझाएं वाटां जादा सीटी… रुदी लगा रे रेशमी..
नाग की शिरमोर रें मेरे आंगणें…
न गोरी बाठणी न काडी ओ.. हिमाचती रे शिरमोरी… रुप तेरा बड़ा प्यारा शिमला वाली रें,.. रोहू जाणें मेरी ओमिए रोडू जाण रें.. देर रात तक समां बांध कर जमकर झूमें ।
गायक धमेन्द्र पंवार ने दे हाथ दे हाथ मेर सौणीए.. पाणा पूर्वी रें बाणा ओं मेरी बठीणा.. तेरी पाणी रें नाणा मेरी पाणी रें नाणा.
बाबर के गयाक अनूप चांनटा ने अपने गीतों में कोम्मों सूणों गीत ले मामा मोर सिंग.. किथ चलू तू … ओ एसों पूछ बामणी… ओं जाने वाले की प्रस्तुती से लोग झूम उठें ।
वही लोक गायक राजेश रावत ने पुरातन छात्र सम्मेलन में सूण मेरे गुरुजी चद्र शेखर हाथ जोड त्यें की प्रस्तुती पर लोग गदगद हो उठे ।
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. चन्द्र शेखर नौटियाल ने सभी पुलिस विभाग विद्यालय परिसर सहित सभी सहयोगीयों का आभार जताया ।
इस पुनित, ऐतिहासिक व भव्य कार्यक्रम पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. चन्द्र शेखर नौटियाल को कई पुरातन छात्र छात्राओं व अन्य लोगो ने पुस्कृत किया ।