गैरसैण में आयोजित हुआ उत्तराखंड विधानसभा का प्रतीकात्मक सत्र

खबर सागर
गैरसैण राजधानी की उपेक्षा के विरोध में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के द्वारा आज गैरसैण के रामलीला मैदान में उत्तराखंड विधानसभा का प्रतीकात्मक सत्र आयोजित किया गया। रिमझिम फुहारो के बीच मंगलवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण के रामलीला मैदान में सत्र का आयोजन किया गया।
इस प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र में अंकिता हत्याकांड एवं वीआईपी का नाम उजागर करने, सशक्त भू कानून, राज्य आंदोलनकारी को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, भर्ती घोटाला कांड, सहकारिता घोटाला, केदारनाथ सोना चोरी घपला, गैरसैण को जिला बनाए जाने , विनायक धार कसबी नगर सड़क निर्माण करने, जोशीमठ आपदा प्रभावितों का पुनर्वास करने, ओपीएस लागू करने, खनन एवं उद्यान घोटाले के मुद्दे, सदन में छाए रहे। नेता विरोधी दल करन माहरा ने इस मौके पर सदन में सरकार को घेरा, तथा जमकर खरी खोटी सुनाई।
एकदिवसीय इस प्रतीकात्मक उत्तराखंड विधानसभा सत्र में हेमा पुरोहित विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री पूर्व विधायक जीतराम टमटा, संसदीय कार्य मंत्री रणजीत रावत, नेता प्रतिपक्ष करन माहरा, कैबिनेट मंत्री पूर्व राज्य मंत्री धीरेंद्र प्रताप, विधानसभा उपाध्यक्ष मनीष खंडूरी सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष की सभी विधायक बने।
विधानसभा सत्र का उद्घाटन वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत से हुआ। इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राज्य सचिव भाकपा माले इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि डबल इंजन सरकार को ठंड नहीं लगनी चाहिए, सरकार ठंड के नाम पर गैरसैण को हासिये पर डाल रही है जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहां की सरकार कभी चार धाम यात्रा तो कभी ठंड का बहाना बनाकर गैरसैण में सत्र आहूत नहीं कर रही है ।और कहां की केवल चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है ।
इससे पूर्व उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने वीर शहीद चंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति का माल्यार्पण कर नमन किया।
इस मौके पर पूर्व लोकसभा प्रत्याशी मनीष खंडूरी, पूर्व विधायक जीतराम टम्टा, पूर्व विधायक ललित फरसवान, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मुकेश नेगी सहित सैकड़ो कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल रहे ।