
खबर सागर
उत्तराखंड आंदोलन में शहीद हुए रविंद्र रावत, पूर्व प्रधानमंत्री स्व: इंदिरा गांधी,के नवनिर्मित स्मारक का लोकार्पण
चिपको आंदोलन की धरती माने जाने वाली, पट्टी कुंजणी की हेंवलघाटी के केंद्रीय स्थल खाड़ी में, उत्तराखंड आंदोलन में शहीद हुए रविंद्र रावत व पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी,के नवनिर्मित स्मारक लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने रिबन काटकर नवनिर्मित स्मारक का लोकार्पण किया।
शहीद रविंद्र रावत व देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी को याद करते हुए, श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
स्मारक लोकार्पण समारोह कार्यक्रम के दौरान, क्षेत्र में भू माफियाओं को जमीन बेचने का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा ।
बताते चलें कि पिछले कुछ समय से उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में, भू माफियाओं और बाहरी प्रदेश के पूंजी-पतियों द्वारा ग्रामीणों को छोटे-छोटे प्रलोभन देकर उनसे औने-पौने दामों पर, जमीन की खरीद फरोख्त की होड़ सी लगी हुई है ।
क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि भू माफियाओं व बाहरी पूंजी पतियों को जमीन बेचे जाने से, पहाड़ की संस्कृति, सभ्यता, रीति-रिवाज व सामाजिक ताना-बाना, निरंतर प्रदूषित होता जा रहा है, जिसके परिणाम आज सामने दिखाई दे रहे है ।
कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जमीन की बिक्री को रोकने के लिए सरकार ने कानून बनाया है, उन्होंने विभागीय मुलाजिमों को निर्देशित किया कि जमीन का क्रय-विक्रय की मामलों को गंभीरता से लें ।
बैठक में निर्णय लिया गया कि, क्षेत्र में भू माफियाओं को जमीन न बेचे जाने के मामले में, घर-घर, गांव-गांव जाकर जागरूक किया जाएगा ।
सरकार से मांग की गई कि उत्तराखंड में सख्त भू कानून बनाया जाए।
इस मौके पर जाने माने पर्यावरण विद् व जमुनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित धूम सिंह नेगी, बीज बचाओ आंदोलन के प्रखर नेता विजय जड़धारी, ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, दिनेश उनियाल तथा रघु भाई जड़धारी ने क्षेत्र में भू माफियाओं को जमीन बेचे जाने के मामले को कई मायनों में बेहद चिंता जनक बताते हुए जागरूकता अभियान छेड़ने का ऐलान किया है।



