
खबर सागर
300 मेगावाट लखवाड़ बांध परियोजना के तहत जौनपुर के गांव व तोक के कास्तकारों प्रभावित भूमि आदि का भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है । जिसमे कास्तकारों ने घास झांडी अधिक पर ठीक से सत्यापन न होने का विरोध जताया ।
बुधवार को लखवाड़ बांध बहुउद्देशीय परियोजना का कार्य तेजी से गति मान है। जिसमे अवशेष पुनः वांध परियोजाना से प्रभावितो कास्तकारो की भूमि अधिग्रहण आदि के तहत अनुग्रह अनुदान सहायता राशि के लिए संयुक्त विभागों की टीम द्वारा स्थलीय सत्यपन किया जा रहा है ।
लेकिन स्थानीय कास्तकारो ने विरोध किया कि घास – झाडी अधिक होने पर सत्यापन में काफी असुविधा व कठिनाईयों होने पर ठीक से स्थिती साफ नही हो रही है। पहले झाडी का कटान के बाद ही भूमि का अधिग्रहण व सत्यापन के कार्य को आगे बढाया जाए ।
बता दें कि इस परियोजन से जौनपुर के 22 गांव के ग्रामीणों परिवारो की भूमि का अधिग्रहण के दायरे में आ रही है। संयुक्त रूप में द्वारा प्रभवित गांव की भूमि अधिग्रहण का सत्यापन का कार्य भी तेजी आ रही है।
टीम मे यूजीवीएनएल, राजस्व विभाग ,उद्यान विभाग, लोनिवि आदि अधिकारीयो द्वारा मौके पर ही निरक्षण किया जा रहा है।
जब कि इससे पूर्व द्वारा टीम ग्राम तिमलियाल ,कांडी तल्ली ,कांडी मल्ली, मेल गढ व कंडरीयाणा सहित आदि तोकों का किया का सत्यापन किया ।
आज खरसोन क्यारी में टीम पंहुचने पर ग्रामीणों ने विरोध किया कि झांडी व घास काटने के बाद ही स्थिती साफ होने पर कार्य को आगे बढाया जाय ।
इस मौके पर तहसील नैनवाग के
नायब तहसीदार एच एम नौटियाल, काननगों उपेन्द्र राणा, जेवीएनएम के सहायक अभियंता संदीप जखमोला, उपनिरीक्षक राकेश सेमवाल, उद्यान विभाग , वन विभाग सहित जोत सिंह रावत, विक्रम सिह कैन्तुरा, गीता राम विजल्वाण, शंकर लाल
विजल्वाण, प्रेम दत आदि उपस्थित थे।