मत्स्य पालन के जरिया स्वरोजगार की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा

खबर- सागर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत का नारा दे चुके हैं और वर्तमान में युवा भी सरकारी नोकरी की तरफ न भागते हुए स्वालम्बी बन स्वरोजगार से जुड़ रहे हैं कुछ इसी तरह मत्स्य पालन के जरिये स्वरोजगार से जुड़ पिंडर घाटी के तीन युवाओ ने गड़िया स्वायत्त सहायता समूह के जरिये स्वरोजगार से जुड़ने के लिए कदम बढ़ाया है ।
पिंडर घाटी के अलग अलग गांवो से समूह के सदस्य रमेश गड़िया ,किशन गड़िया,बलवंत गड़िया ने मत्स्य विभाग की सहायता से मत्स्य पालन को स्वरोजगार के रूप में अपनाया है गुरुवार को थराली विधायक भूपालराम टम्टा ने दूरस्थ गांव खेता के डाडन तोक में गड़िया स्वायत्त समूह द्वारा चलाये जा रहे मत्स्य पालन केंद्र का उद्घाटन किया जा रहा है ।
विधायक भूपालराम टम्टा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की वहीं देवाल विकासखण्ड के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने भी बतौर विशिष्ट अतिथि मत्स्य पालन केंद्र के शुभारंभ कार्यक्रम में शिरकत की
मत्स्य पालन केंद्र को स्वरोजगार की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा हर हाथ को रोजगार देने के लिए आमजन को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है जिसका नतीजा है कि दूरस्थ क्षेत्रो में लोग सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए स्वरोजगार से जुड़ रहे हैं ।
ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने मत्स्य विभाग के जिला मत्स्य अधिकारी जगदम्बा प्रसाद के साथ गड़िया स्वायत्त समूह द्वारा बनाये गए मत्स्य तालाबो में मत्स्य बीज डालकर मत्स्य पालन केंद्र का शुभारंभ किया
वहीं गड़िया स्वायत्त समूह के जरिये स्वरोजगार से जुड़ने वाले समूह के सदस्य और मत्स्य पालक रमेश गड़िया ने कहा कि सरकार और मत्स्य विभाग द्वारा चलाई जा रही ।
योजना के जरिये वे मत्स्य पालन के जरिये स्वरोजगार से जुड़े हैं और इन मत्स्य तालाबो में ठंडे पानी की ट्राउट मछली की विभिन्न प्रजातियों का उत्पादन किया जाएगा ।
वहीं मत्स्य अधिकारी जगदम्बा प्रसाद ने बताया कि जिलाधिकारी चमोली की पहल पर मत्स्य विभाग और जिला योजना की सहायता से तीनों युवाओ ने ट्राउट के उत्पादन के लिए स्वरोजगार शुरू किया है और ट्राउट की मांग अधिक होने के साथ ही इस प्रजाति की मछलियों की कीमत भी अधिक है ।
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में मत्स्य पालन में रोजगार की अपार सम्भावनाओ को देखते हुए बाजार उपलब्धता की व्यवस्था पर भी विभाग जोर दे रहा है ।