
खबर सागर
मां राजराजेश्वरी सिद्ध पीठ (देवीधार) छनांण गाँव में घी संक्रांति धूमधाम मनाई
देवभूमि उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध पौराणिक धार्मिक पर्यटक स्थल आदिशक्ति माँ राजराजेश्वरी सिद्ध पीठ बला (देवीधार) छनांण गाँव में घी संक्रांति व कृषि पर्व के रूप मनाये जाने पर पूजा – अर्चना कर मां से मन्नतें मांगी ।
जौनपुर के तहत ग्राम छनाण गांव में पौराणीक समय घी संक्रांति मनाई जाती है। ज़ो कि
यह पर्व फसल कटाई के मौसम की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
शास्त्र व पूर्व से चली आ रही परंपरा व संस्कृति आज की भाद्रो की संक्रांति कि शुरुआत में सूर्य देव सिंह राशि में प्रवेश करते है। जिसमें घी खाने और दान करने का विशेष महत्व है कि
लोग माथे पर घी लगाते हैं, उड़द की दाल की रोटियाँ, दही, मक्खन, खीरा, भुट्टा जैसे अन्न आदि उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
जिसमें माँ राजराजेश्वरी सिद्धपीठ में इस पर्व का विशेष महत्व के साथ प्राचीन मंदिर में पूजा अर्चना को पर्व साथ धूमधाम से मनाते है।
जिसमें आदिशक्ति माँ भगवती के सिद्ध पीठ, माँ राजराजेश्वरी, माँ काली शिव, नागदेवता, हनुमान, भैरव देवता सहित सभी 14 देवी-देवताओं का पूजन ग्रामीणों कर सुख, समृद्धि,धन और वैभव की कामना करना है।
इस दौरान उत्तरकाशी
के थराली में आई आपदा के पीड़ितों के लिए मां भगवती से शांती की प्रार्थना की।
इस मौके पर सिद्ध पीठ के मुख्य पुजारी जसवीर सिंह रावत मन्दिर समिति के अध्यक्ष गोविन्द रावत,उपाध्यक्ष रविन्द्र रावत, सुरेन्द्र रावत,दीपचंद रावत, महावीर रावत, सुरेन्द्र राणा,सोबत रावत, बलवीर रावत, जसवीर रावत, अजीत रावत,संदीप रावत,जसपाल रावत, विपिन रावत,पीयूष सिद्धार्थ रावत, चरण दास,गौरव दास आदि उपस्थित रहें।
फोटो – ग्राम छनाणा गांव में पूजा – अर्चना करते ग्रामीण ।