
खबर सागर
नागथात में कथा श्रवण कर श्रद्धालुओं ने देव पालगीयों के किए दर्शन
नाग देवता सिद्ध पीठ नागथात में
सात दिवसीय श्रीमद भागवत व श्री देवी भागवत महापुराण कथा ज्ञान का समापन हुआ ।

जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर दर्जनो देव पालगीयो के दर्शन कर सुखः समृद्धी की कामना की है।

रविवार को 6500 हजार फिट की उंचाई पर स्थित नागथात में दो महपुराण कथा ज्ञान यज्ञ मे पट्टी गोडर के ओड़गांव से मां भद्रकाली की पालगी, ग्राम कंडारी से राजा रघुनाथ ,जयद्वार से भद्रराज देवता, कोडी पंतवाडी से नागदेवता , ग्राम म्याणी से नागदेवता व ग्राम बिरोड से महाशू व नागदेवता की पालगी कथा में शिरकत कर हजारों की संख्या में श्रद्वालुओं ने दर्शन कर मन्नते मांगी |

अंतिम दिन कथा वाचक आचार्य पंकज नौटियाल ने कहा कि श्री मद्भागवत कथा श्रवण करने से जीवन का अंधकार दूर होने के साथ -साथ क्रोध अहकार लोभ वासना आदि विकार दूर होते है । और जीवन में शांती उन्नती का मार्ग प्रशस्त होता है।
समापन पर श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के कथा वक्ता संजीव ने कहा देवी भागवत में मां के नौ स्वरूपों का वर्णन की महिमा है। सच्चे मन से कथा का रसपान से मोक्ष की प्राप्ती व अपने सनातन धर्म के प्रति सभी को लोगो का विश्वास सजग रहना चाहिए ।
सुन्दर व रमणीक स्थल में आयोजित कथा व देव पालगीयो के दर्शन को दूर दराज क्षेत्रो से आस्था के साथ पंहुचें ।

इस मौके पर आचार्य धीरज अनियाल,आशा राम, नौटियाल हुकम सिंह रमोला,सोमवारी लाल नौटियाल , जितेन्द्र गौड, अशोक, नरेश नौटियाल, कमल नौटियाल, राजेन्द्र प्रसाद, दिनेश,गोतम उनियाल,दिनेश तोमर, अनिल कैन्तुर, सरदार सिंह सजवाण, सुन्दर सिंह पंवार,
आदि उपस्थित थे ।