
खबर सागर
कॉर्बेट पार्क के घर छोटी हल्द्धानी से शुरू हो रहा पहला नया पर्यटन जोन
विश्व प्रसिद्ध एडवर्ड जिम कॉर्बेट व कॉर्पेट साब के नाम से प्रसिद्ध ,एडवर्ड जिम कॉर्बेट के घर छोटी हल्द्वानी से एक नया पर्यटन ज़ोन खुलने जा रहा है ।
जिसमें कॉर्बेट के घर छोटी हल्द्धानी में उनके जीवन की बिताई हुए लेगेसी की सफारी के दौरान मिलेगी विस्तार से जानकारी। बता दे कि यह नया पर्यटन 45 किलोमीटर का होगा, जिसमें पैदल ट्रैक के साथ ही जिप्सी सफारी का भी पर्यटक लुफ्त उठाने के साथ ही एडवर्ड जिम कॉर्बेट की लेंगे विस्तृत जानकारी।
यहां आने वाले नए सत्र नवंबर में पर्यटक एडवर्ड जिम कॉर्बेट के जीवन से जुड़ी व कालाढूंगी क्षेत्र से जुड़ी एक-एक विस्तृत जानकारी जंगल सफारी और पैदल ट्रक के माध्यम से ले पाएंगे, रामनगर वन प्रभाग कालाढूंगी क्षेत्र में शुरू करने जा रहा है एक नया जोन, कॉर्बेट हेरिटेज सफारी।
वही जानकारी देते हुए रामनगर वनप्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया कि कालाढूंगी में कॉर्बेट के घर छोटी हल्द्वानी से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया प्रथम गेट खोला जा रहा है,नवंबर में खुलने जा रहे इस गेट का नाम,कॉर्बेट हेरिटेज सफारी,रखा गया है ।
कालाढूंगी से पवलगढ़ तक पर्यटक जंगल सफारी करेंगे,यह वन-वे पर्यटन गेट करीब 45 किमी का होगा जिसमें अलग अलग क्षेत्र में पैदल ट्रैक भी सामिल है,डीएफओ ने बताया कि कालाढुंग क्षेत्र में भी हर वर्ष देश-विदेश से लाखों पर्यटक यहां पर कार्बेट म्यूजियम,आयरन फाउंड्री, कार्बेट ट्रेल और बर्ड वॉचिंग, और एडवर्ड जिन कॉर्बेट के यहां बिताये हुए क्षेत्रों के दीदार के लिए पहुंचते हैं ।
उन्होंने कहा कि इसमें पहले ट्रैक वह जंगल सफारी का पर्यटक लुप्त उठाएंगे दिगंत नायक ने बताया कि कालाढुंगी के मूसाबंगर, ब्रह्मबुबु रोड पर पर्यटन गेट बनेगा।
यहां सैलानी जंगल सफारी के लिए प्रवेश करेंगे,इसके बाद सैलानी बोर नदी, मूसाबंगर होते हुए पवलगढ़ तक जाएंगे,10 किमी ट्रैक घने जंगल से होकर गुजरेगा जिसमें ग्रासलैंड, सादरी चौड़ और मिश्रित साल का जंगल शामिल है।
इन स्थानों पर सैलानियों को बाघ, तेंदुआ, हाथी सहित अन्य वन्यजीवों के दीदार भी होंगे,कालाढूंगी से प्रवेश करने के बाद पर्यटन पवलगढ़ पर निकलेंगे।
उन्होंने बताया कि इस सफारी में सैलानी कॉर्बेट फॉल में जायेंगे।
उन्होंने बताया विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में काफी लोग वन और वन्यजीवों के दीदार के लिए पहुंचते हैं। लेकिन कुछ लोग एडवर्ड जिम कॉर्बेट की किताबें पढ़कर उनके बताए हुए समय वाले क्षेत्रों में भी जाना चाहते हैं।
जहां पर उन्होंने बैचलर ऑफ टाइगर को मारा,उनके म्यूजियम और उनके बताए हुए एक एक पल वाले क्षेत्र में इस नए पर्यटन जॉन से जानकारी जुटा पाएंगे।
वहीं कॉर्बेट ग्राम विकास समिति के सदस्य मोहन चंद पांडे कहते हैं कि इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा साथ ही छोटी हल्द्वानी में स्थित एडवर्ड जिम कॉर्बेट के पूरे जीवन के बारे में सैलानी जान पायेंगे।